शिरडी के साईं बाबा का मंदिर महाराष्ट्र
के अहमदनगर के शिरडी गांव में स्थित एक प्रमुख धार्मिक
स्थान है। यहां हजारों भक्त
हर वर्ष बाबा के दर्शन के लिए आते हैं। साईं बाबा सभी धर्मों का सम्मान
करने वाले एक
महान संत थे। साईं बाबा के जीवन के संबंध में कई कथाएं कही जाती हैं।
शिरड़ी साईं बाबा मंदिर ( Importance
of Sai Baba Temple)
साईं बाबा का सबसे बड़ा मंदिर शिरडी में हैं। यह महाराष्ट्र के अहमदनगर में स्थित हैं। इस मंदिर की ख्याति विश्व प्रसिद्ध हैं। इस मंदिर के विशेष कार्यक्रम निम्न हैं:
साईं बाबा का सबसे बड़ा मंदिर शिरडी में हैं। यह महाराष्ट्र के अहमदनगर में स्थित हैं। इस मंदिर की ख्याति विश्व प्रसिद्ध हैं। इस मंदिर के विशेष कार्यक्रम निम्न हैं:
* काकड़ आरती: यह सुबह सवा बजे से
शुरु होती है।
* सामूहिक अभिषेक: 11 बजे समाधि का
सामूहिक अभिषेक किया जाता है।
* मध्याह्न आरती: दोपहर 12 बजे से
आरती आरंभ हो जाती है लेकिन गुरुवार और रविवार के दिन आरती में विलंब होता
है।
* सूर्यास्त के पश्चात पुन: आरती की
जाती है।
शिरडी धाम के विशेष आकर्षण:
समाधि मंदिर: जिस जगह साईं नाथ ने
समाधि ली थी वह एक मंदिर का निर्माण किया गया है।
द्वारकामाई की पुरानी मस्जिद में
साईं धाम: जिस मस्जिद में साईं बाबा ने सर्वप्रथम डेरा डाला था उसे
"द्वारकामाई" के नाम से जाना जाता है।
गुरुस्थान: कहा जाता है कि यहीं
शिरडी साईं बाबा के पूर्व जन्म के गुरु निवास किया करते थे। खण्डोबा मंदिर:
खण्डोबा के दर्शन के बाद ही साईं की समाधि के दर्शन किए जाते हैं।
शिरडी के साईं बाबा की विशेषता
मान्यता है कि शिरडी के साईं बाबा के दर्शन करने मात्र से शारीरिक कष्ट दूर हो जाते हैं। इसके साथ ही लोग यह भी मानते है कि बाबा श्रद्धा से चढ़ाए गए एक पुष्प से ही प्रसन्न हो जाते है तथा सबकी मनोकामनाएं पूर्ण करते हैं।
मान्यता है कि शिरडी के साईं बाबा के दर्शन करने मात्र से शारीरिक कष्ट दूर हो जाते हैं। इसके साथ ही लोग यह भी मानते है कि बाबा श्रद्धा से चढ़ाए गए एक पुष्प से ही प्रसन्न हो जाते है तथा सबकी मनोकामनाएं पूर्ण करते हैं।
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